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कुलपति उवाच |
03 |
परम सौंदर्य
के.एम. मुनशी |
अध्यक्षीय |
04 |
शिक्षा
सुरेंद्रलाल जी. मेहता |
पहली सीढ़ी |
11 |
अपराजेय
विलियम अर्नेस्ट हेनले |
लम्बी-कहानी |
94 |
अलफतिया
ध्रुव शुक्ल
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शब्द-सम्पदा |
138 |
ढकोसला, आडम्बर फिर विडम्बना
अजित वडनेरकर
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आलेख |
38 |
व्यक्ति-स्वातंत्र्य के पक्ष में
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42 |
संकल्प से ही सृजन!
हरिवंश
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53 |
प्रभुता पाइ जाहि मद नाहीं
पवन वर्मा
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56 |
कामिनी कौशल के लिए लिखी गयी कहानी
रमेश उपाध्याय
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64 |
‘सर्व देव नमस्कार केशवं प्रति गच्छति’
उद्भ्रांत
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70 |
स्वर्णभूमि म्यांमार
राजेंद्र चंद्रकांत राय
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88 |
एक सवाल करते मन का आकलन
सुदर्शना द्विवेदी
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115 |
रघुपति राघव राजा राम
गणेश मंत्री
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124 |
रफ्तार से कटे समय का मानीखेज दस्तावेज
विजय कुमार
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127 |
खुली हवा में कब सांस ले पायेंगे?
जयश्री सिंह
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136 |
किताबें
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आवरण-कथा |
12 |
समता का दर्शन
सम्पादकीय
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14 |
सबकी बराबरी का मतलब
विजय किशोर मानव
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19 |
सपने पूरे करने की राह
हृदयेश मयंक
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23 |
चंदेसर सिंग और समता का सफर...
विकास मिश्र
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27 |
समता माध्यम है, सम्पन्नता लक्ष्य
डॉ. राममनोहर लोहिया
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35 |
कबतक ढोते रहेंगे विरोधाभासों की ज़िंदगी
बी.आर. आम्बेडकर
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कथा |
81 |
मोबिलियो गाय
डॉ. राजेश्वर उनियाल
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117 |
नागफनी
नीहार गीते
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कविताएं |
52 |
दो कविताएं
मनमोहन
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86 |
तीन ग़ज़लें
कैलाश सेंगर
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122 |
तीन कविताएं
डॉ. सुरेश जोशी
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समाचार |
140 |
भवन समाचार |
144 |
संस्कृति समाचार |